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हुल परी साधना Hul Pari sadhana
हुल परी साधना Hul Pari sadhana
परिचय – मुस्लिम ग्रंथों के अनुसार यह परी यह तीन काबिले की सरदार होती है ,और एक शक्तिशाली परी की तरह केवल कुछ ही क्षणों में यह किसी भी कार्य को एक चमत्कार की तरह पूरा कर देती है. और जिन साधकों ने इसकी साधना की है उनका भी अनुभव यह रहा है कि यह परी बहुत ही ताकतवर है , साथ ही इससे किसी भी प्रकार की हानि का खतरा नहीं रहता है. कोई भी साधक चाहे वह नया हो या पुराना इसे कर सकता है.
जरुरी सामग्री –
आइये देखते है इसमे कौन सी वनस्पति की आवश्यकता होती है? इसके लिए “मदार” का पौधा होना चाहिए मदार को आकड़ा या अकाव भी कहते है, इसके आलावा अगर यह उपलब्बध न हो तो आम का पोधा भी उपयोग में आ सकता है.
परन्तु जिस वनस्पति का इसमे उपयोग किया जाना है उसके एकांत स्थान पे रखना चाहिए . जिस मदार के पोधे का जिक्र किया गया है उसी के पास इस साधना को करना है साथ ही आम के पोधे के पास भी यह साधना कर सकते हैं. परन्तु यह ध्यान रखना है कि जिस पोधे के पास हम साधना कर रहे है उसको कोई नुकसान नहीं पहुचाये उसकी साधना चलने तक सुरक्षा करना जरुरी है. क्योंकि अगर इसको नुकसान पंहुचा तो हमारी साधना असफल हो जाएगी.
साधना केसे करे – इस साधना को उजियारी रात में किया जाना चाहिए पूर्णिमा के बाद जब उजियारी रात आती है तब आप किसी भी दिन यह साधना शुरू कर सकते हैं . सप्ताह के किसी भी दिन इसको शुरू कर सकते हैं.
साधना रात्रि में शुरू करना है लगभग रात्रि 9 बजे बाद. रात्रि नो बजे एक लोटा जल को भरकर मदार या आम के पोधे के पास जाना है. पहले ध्यान रखना है कि पोधे की छाया आपके सामने न हो यानि कि जिस ओर पोधे की छाया हो उसके विपरीत दिशा में आप साधना करें. अब छाया के विपरीत खड़े होकर मूत्र विसर्जन करना है. इसके बाद लोटे के पानी से अपने गुप्तांग को धोना है साथ ही लोटे में जल बाकि होना चाहिए, अब जो जल बाकि है उसको उस पोधे में धीरे धीरे डाले साथ में – हिल हूल – इस मन्त्र का जल डालते समय तीन बार उच्चारण करें अब बिना पीछे मुड़े या बिना पीछे देखकर अपने घर लौट आना है. यह क्रिया आपको लगातार 21 दिन तक करना है.
यह साधना करने के एक से दौ या फिर एक से दौ सप्ताह में आपको अनुभव होने लगेगा. साथ यह परी आपको किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं पहुचाती है. न ही यह आपको किसी भी प्रकार भयभीत करती है.
यह परी अलग तरह से आपको अनुभव कराती है किसी को पहले पायल की आवाज़ आती है या फिर किसी के सामने यह सीधे प्रकट हो जाती है. बस आपको यह ध्याबं रखना है कि किसी भी प्रकार से डरना या विचलित नहीं होना है .
ध्यान रहे परी आपके घर से बीस से तीस गज दूर ही रहना चाहिए इसलिए जब वह सामने आये तो उससे यह वचन ले साथ ही उसे अपने घर से दूर ही रखे इतने ही गज
हुल परी साधना Hul Pari sadhana